हिंदू धर्म में सावन के महीने का विशेष महत्व होता और इस दौरान भगवान शिव का पूजन किया जाता है धार्मिक मान्यता के अनुसार सावन के महीने को भगवान शिव का पावन महीना माना जाता है कहा जाता है कि सावन में भगवान शिव की पूजा करने से जीवन सफल हो जाता है और भक्तों को समस्त कष्टों से छुटकारा मिल जाता है. सावन में शिव की आराधना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।
2 साल कोरोनावायरस के चलते बंद रही कावड़ यात्रा कल से शुरू हो गई है 14 जुलाई से शुरू कावड़ यात्रा 12 अगस्त को खत्म होगी इस बार कावड़ियों की संख्या बढ़ने की संभावना ज्यादा है।
कावड़िया कावड़ यात्रा के दौरान गंगा नदी के जल को कावड़ में भरकर लाते हैं और फिर लंबी यात्रा करते हुए इस जल से भगवान शिव का अभिषेक करते हैं सावन का महीना पावन महीना माना जाता है कहा जाता है सावन का महीने भगवान भोलेनाथ को समर्पित माना गया है ऐसे में भोले के भक्त सावन के पूरे महीने में बाबा को प्रसन्न करने के लिए हरिद्वार से गंगाजल भरकर लाते हैं और शिवरात्रि के दिन भगवान शिव का जलाभिषेक करते हैं इस दौरान रंग बिरंगी कावड़े देखने को मिलती है कावड़िया लाखों रुपए खर्च कर बड़ी कावड़ श्रद्धालु सैकड़ों किलोमीटर का सफर पैदल तय कर अपने गंतव्य तक पहुंचते हैं भगवान भोलेनाथ की आराधना करते है।
जुली सिंह ( लखनऊ)
जर्नलिस्ट। अदभुत बस्ती