दोस्तों आपका स्वागत है हमारे ब्लॉग में, यहाँ आप हमारे द्वारा लिखी हुई है कुछ छोटी बड़ी कहानी मिलेंगी. आज यह मेरे द्वारा लिखी हुई पहली कहानी है यह कहानी एक मास्टर और उसकी पेन कि है
आपको मेरी कहानी कैसी लगती है जरूर कॉमेंट मे हमे बताये ?
जिससे आप लोगो का साथ बना रहे मित्रों||
एक दिन की बात है एक मास्टर स्कूल में बच्चों को पढ़ा रहा था. संयोग से, वह उस दिन बैल्ट लगाना भूल गया था. फिर भी वह अपने आप पैंट को सँभाले रखा था, (मतलब अपने आप को वो मेन्टेन रखा था) वह अपने आप को यह महसूस नहीं होने दिया. कि वह बैल्ट को भूल गया है, और उसकी पैंट नीचे आ जाएगी, वह पढ़ाते गए , एक घंटा बीता , दो घंटा बीता और लंच भी हो गया . फिर भी वह पैंट को सँभाले रखें . उसके बाद मास्टर बच्चों को बैठकर पढ़ा रहा था , अचानक स्कूल की कोई मैडम आती है और मास्टर से उनका लाल पेन 🖋 माँगती है? लेकिन मास्टर जी पेन 🖋 देने से मना करते हैं और बोलते हैं कि मेरे पास केवल एक लाल पेन 🖋 है फिर भी वह मास्टर जी से लाल पेन 🖋 माँग लेती है, और मास्टर जी अपना लाल पेन 🖋 दे देते हैं. अब पेन 🖋 देने के बात दूसरी घंटी लग जाती है और मास्टर जी कक्षा से बाहर जाते हैं, जाते ही वो अपना हाथ पैंट पर ले जाते हैं और अब उनसे उनका पैंट संभाले ना संभल रहा हो , मानों उनसे कोई उनकी
पेन नहीं बल्कि उनकी बैल्ट ले लिया हो!